आपातकाल की बरसी पर कांग्रेस ने बीजेपी से पूछा, केंद्र सरकार को केवल दो लोगों की सरकार क्यों कहा जाता है
आपातकाल की 45वीं बरसी पर गुरुवार को बीजेपी और कांग्रेस ने एक दूसरे पर हमला बोला. कांग्रेस ने बीजेपी ने पूछा है कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार को केवल दो लोगों की सरकार क्यों कहा जाता है.
देश में आपातकाल की 45वीं वर्षगांठ पर आज बीजेपी और कांग्रेस भिड़ गए. इसकी शुरूआत की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने. बाद में कांग्रेस प्रवक्ताओं ने उनसे कई सवाल पूछे. कांग्रेस ने पूछा कि आज पूर्ण बहुमत वाली सरकार को केवल दो लोगों की सरकार क्यों कहा जाता है.
On this day, 45 years ago one family’s greed for power led to the imposition of the Emergency. Overnight the nation was turned into a prison. The press, courts, free speech...all were trampled over. Atrocities were committed on the poor and downtrodden.
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2020
गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट में लिखा आज ही के दिन 45 साल पहले एक परिवार की सत्ता की लालच ने देश में आपातकाल लगा दिया था. देश रातोरात जेल में बदल गया था. प्रेस, अदालतों और अभिव्यक्ति की आजादी सबकों रौंद दिया गया था. गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए थे.
शाह ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी की भावना आज भी कांग्रेस में है और इस वजह से बहुत से नेता आज कांग्रेस में घुटन महशूश कर रहे हैं.
अमित शाह के इस हमले के बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए पूछा कि बीजेपी के नेतृत्वा वाली पूर्ण बहुमत वाली सरकार को केवल दो लोगों की ही सरकार क्यों कहा जाता है.
As India’s ruling party, BJP needs to answer:
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 25, 2020
Why is its majoritarian rule described as Govt of 2 people only & all others as mere side kicks?
Why is horse trading, mass defections & institution capture its only legacy?
Why is it obsessed in its vile hatred of Nehru-Gandhi’s? https://t.co/wGO9gMegj4
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अमित शाह को जवाब देने के लिए ट्वीटर का ही सहारा लिया. उन्होंने पूछा कि देश पर हुकूमत कर रही पार्टी को यह बताना चाहिए कि हार्स ट्रेडिंग और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ कर सत्ता पर कब्जा जमाना ही उसकी एकमात्र विरासत क्यों है.
उन्होंने पूछा कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार को केवल दो लोगों की ही सरकार क्यों कहा जाता है और बाकी के लोग किनारे क्यों लगा दिया गया है.
उन्होंने पूछा, '' हार्स ट्रेडिंग, बड़े पैमाने पर दलबदल और संस्थाओं पर कब्जा ही बीजेपी की विरासत क्यों है. उन्हें नेहरू और गांधी से इतनी घृणा क्यों है.''
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक संवाददाता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया गया है. उन्होंने कहा, ''पिछले 6 सालों में प्रधानमंत्री ने जिस तरीके से लोकतंत्र को कमजोर करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को तबाह करने का काम किया है, देश में एक तरह से अघोषित आपातकाल लागू कर दिया गया है. यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही घातक है.''
वहीं शाम को मध्य प्रदेश के एक लिए आयोजित एक वर्चुअल रैली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ''45 साल पहले आज के ही दिन श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था. वो काला दिवस प्रजातंत्र पर आघात था. 1.40 लाख लोगों को जेल में डाला गया, कोर्ट की आवाज को दबा दिया गया, न्याय व्यवस्था को अपने कब्जे में ले लिया, प्रेस का गला घोंट दिया गया.''
45 साल पहले आज के ही दिन श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। वो काला दिवस प्रजातंत्र पर आघात था। 1.40 लाख लोगों को जेल में डाला गया, कोर्ट की आवाज को दबा दिया गया, न्याय व्यवस्था को अपने कब्जे में ले लिया, प्रेस का गला घोंट दिया गया: श्री @JPNadda #Emergency1975HauntsIndia pic.twitter.com/sP3sVT8iRX
— BJP (@BJP4India) June 25, 2020
उन्होंने कहा, ''आज कोई राजनेता के खिलाफ एफआईआर होती है तो देश में उसकी चर्चा होती है. लेकिन आपातकाल में जो लोग जेल में गए थे, उनको जेल जाते समय ये भी पता नहीं था कि वो वापस घर आएंगे भी या नहीं आएंगे.''