8 दिसंबर को भारत बंद: किसानों को कांग्रेस समेत इन दलों का मिला समर्थन, जानें- कौन-कौन पार्टी शामिल
टीआरएस ने घोषणा की है कि 8 दिसंबर को होनेवाले भारत बंद को टीआरएस पार्टी पूरी तरह से समर्थन करेगी. तेलंगाना सीएम के. चंद्रशेकर राव ने कहा कि टीआरएस पार्टी के कार्यकर्ता इस बंद में खुलकर हिस्सा लेंगे.
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे पंजाब-हरियाणा-उत्तर प्रदेश के किसानों का धरना 11वें दिन भी जारी है. 3 कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच समाधान निकलता नहीं दिख रही है. इस बीच किसानों के आंदोलन को अब देशव्यापी आंदोलन बनाने की तैयारी है. देशभर के किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है.
भारत बंद में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान समेत कई राज्यों के किसान संगठन शामिल हैं. कई राजनीतिक दलों ने भी इस बंद को समर्थन दिया है. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी बंद का समर्थन किया है.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, "कांग्रेस ने 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करने का फैसला किया है. हम अपने पार्टी कार्यालयों पर भी प्रदर्शन करेंगे. यह किसानों को राहुल गांधी के समर्थन को मजबूत करने वाला कदम होगा. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदर्शन सफल हो."
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, "सरकार ने कहा है कि वो एक ड्राफ़्ट तैयार करेगी और हमें देगी. उन्होंने कहा है कि वो इस पर राज्यों से भी बात करेगी. बैठक में एमएसपी पर बातचीत हुई, लेकिन हमने कहा कि हमें कृषि कानूनों पर और उन्हें वापिस लिये जाने पर बात करनी चाहिए. साथ ही, जैसा ऐलान किया गया था, भारत बंद जरूर होगा."
वहीं दिल्ली सरकार ने मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के नाम पर टालमटोल कर रही है जबकि किसान ठंड के दिनों में सड़कों पर बैठे हैं.
ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले बुलाए गए भारत बंद में देशभर के 400 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हैं. कांग्रेस के अलावा दूसरे राजनीतिक दलों ने भी उसे समर्थन दिया है. तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, राजद, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और सपा ने भी भारत बंद का समर्थन किया है. लेफ्ट पार्टियों में सीपीआई, सीपीआईएम, सीपीआई (एमएल), RSP और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने भी बंद का समर्थन किया है.
किसानों ने कहा है कि भारत बंद के दौरान वो दिल्ली को जाने वाली सभी सड़कें ब्लॉक करेंगे. सभी टोल प्लाजा रोके जायेंगे और वहां प्रदर्शन किया जाएगा. पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी भारत बंद के दिन प्रदर्शन होने की उम्मीद है. दिल्ली सीमा (सिंघु बॉर्डर और गाज़ीपुर) पर डटे किसानों ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसानों से उनके समर्थन में आने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि सभी मिलकर दिल्ली को घेरें और दिल्ली की सीमाओं को सील करने में उनकी मदद करें.
बीते 11 दिनों से दिल्ली की सीमा पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. दिल्ली को आने वाले कई रास्ते बंद हैं. दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर पड़ने वाले सिंघु, टिकरी, झरौदा, औचंदी, लामपुर, मानीयारी और मंगेश बॉर्डर सील हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश से मिलने वाली दिल्ली की सीमा पर भी कुछ जगह बंद है.