ऐप्स बंद करने से क्या होगा, इन 1662 भारतीय कंपनियों में है चीन का निवेश, पढ़िए पूरा ब्योरा
दिलचस्प ये है कि अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2020 के दौरान जिन चीनी कंपनियों ने भारतीय कंपनियों में निवेश किया, उनमें मोबाइल ऐप्स में FDI नगण्य है.
चीन के साथ तनाव के बीच मोदी सरकार ने कई चाइनीज़ मोबाइल ऐप्स बंद करने का फ़ैसला लिया. संसद के निचले सदन में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने ये भी जानकारी दी कि इस तनाव के कारण चीनी निवेश में कमी आई है, लेकिन राज्यसभा में दी गई जानकारी बताती है कि अभी भी 1662 अलग-अलग भारतीय कंपनियों में चीन का निवेश है.
दिलचस्प ये है कि अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2020 के दौरान जिन चीनी कंपनियों ने भारतीय कंपनियों में निवेश किया, उनमें मोबाइल ऐप्स में FDI नगण्य है. सरकार के मुताबिक़ इस अवधि में 1662 चीनी कंपनियों में भारत में कुल 102 करोड़ डॉलर का निवेश किया. इनमें सबसे ज़्यादा निवेश ऑटोमोबाइल सेक्टर में किया गया. आंकडों के मुताबिक़ ऑटोमोबाइल में 17.20 करोड़, किताबों की छपाई में 15.19 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स में 14.42 करोड़ और सर्विस सेक्टर में 13.96 करोड़ रुपए का निवेश चीनी कंपनियों ने किया.
इसके बाद 11.98 करोड़ डॉलर इलेक्ट्रॉनिक्स में, 6.61 करोड़ ट्रेडिंग में, 3.39 करोड़ ग़ैर-पारंपरिक ऊर्जा में 3.15 करोड़ डॉलर औद्योगिक मशीन में चीनी कंपनियों ने निवेश किया.
किस कंपनी में सबसे ज़्यादा निवेश
अगर किसी एक कंपनी में सबसे बड़े निवेश की बात की जाए तो उस कंपनी का नाम है ज़ोमैटो. ज़ोमैटो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड में चीन की कंपनी अलीपे सिंगापुर होल्डिंग लिमिटेड ने 14.91 करोड़ रुपए का निवेश किया. ये कंपनी मुद्रण का काम करती है. इसके बाद जनरल मोटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में चीन ने 7.58 करोड़ डॉलर का निवेश किया. ये कंपनी पैसेंजर कार बनाने का काम करती है.

तीसरा बड़ा निवेश किया गया रेलीगेयर इनवेस्को एसेट मैनेजमेंट में. इस कंपनी में चीनी कंपनी इनवेस्को हॉन्गकॉन्ग लिमिटेड ने 7.01 करोड़ डॉलर का निवेश किया. ये म्युचुअल फंड से जुड़ी कंपनी है.
राज्यसभा में दी गई जानकारी का ब्योरा
अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में फुलो देवी नेतम के सवाल के जवाब में सदन में 120 पन्नों का जवाब दिया. सवाल में चीनी एजेंसियों द्वारा भारतीय कंपनियों में निवेश का ब्योरा मांगा गया था. ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास ‘चीनी एजेंसियों’ द्वारा किए गए निवेश की जानकारी नहीं है. हालांकि वित्त मंत्रालय ने अप्रैल 2016 से लेकर मार्च 2020 के दौरान चीनी कंपनियों द्वारा भारत में किए गए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का विस्तृत ब्योरा दिया. इसी में पता चला कि भारत की 1662 कंपनियों में चीन ने 2016 के बाद निवेश किया है.