महाराष्ट्र : कांग्रेस के नाना पटोले बने विधानसभा अध्यक्ष, बीजेपी ने उम्मीदवारी वापस ली
कांग्रेस विधायक नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं. उनका चुनाव निर्विरोध हुआ. विधायकों की अपील पर बीजेपी ने अपने उम्मीद किशोर कठोरे की उम्मीदवारी अंतिम समय में वापस ले ली.
कांग्रेस विधायक नाना पटोले महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष बन गए हैं. महाराष्ट्र विधानसभा की परंपरा के मुताबिक उनका चुनाव निर्विरोध हुआ.
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करते कांग्रेस विधायक नाना पटोले.
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन महा विकास आघाड़ी ने उन्हें संयुक्त रूप से स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया था.
बीजेपी ने अध्यक्ष पद पर अपने उम्मीदवार किशन कठोरे का नाम ऐन वक्त पर वापस ले लिया.
पटोले के विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि नाना पटोले एक किसान परिवार से आते हैं. मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि पटोले सभी के साथ न्याय करेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद सदस्यों का अभिवादन करते कांग्रेस विधायक नाना पटोले.
विपक्ष ने उम्मीदवार हटाया
महाराष्ट्र विधानसभा में अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध करने की परंपरा रही है. महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा, ''बीजेपी ने विधानसभा स्पीकर पद के लिए किशन कठोरे को नामित किया था. लेकिन नवनिर्वाचित विधायकों की अपील पर हमने उनकी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है.''
पटोले के चुनाव के बाद ठाकरे सरकार के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा, ''पहले विपक्ष ने भी स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार खड़ा किया था. लेकिन हमारे विधायकों की तरफ से किए गए अनुरोध और विधानसभा की शुचिता बनाए रखने के लिए उन्होंने नाम वापस ले लिया.''
नाना पटोले बीजेपी के पूर्व सांसद हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी भी छोड़ दी थी. बाद में वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करते बीजेपी विधायक किशन कठोरे.
वहीं बीजेपी ने जिन किशन कठोरे को उम्मीदवार बनाया था, वो मुरबाड के विधायक हैं. वो पहले कांग्रेस में थे. वह दो बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. लेकिन 2014 में वह बीजेपी में शामिल हो गए.