तीन महीने बाद महाराष्ट्र में खुले सैलून, लेकिन ये हैं शर्तें, 12 हज्जाम कर चुके हैं आत्महत्या
कोरोनावायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से पिछले तीन महीने से महाराष्ट्र में सैलूनों के दरवाज़े बंद पड़े थे, जिन्हें रविवार (28 जून) को खोल दिया गया है.
महाराष्ट्र में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के चलते किये गए लॉकडाउन को अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अब राज्य सरकार ने सैलून (Salon) और जिम खोलने की इजाज़त दे दी है. महाराष्ट्र में 100 दिन के बाद सैलून को शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद मुंबई में सुबह से ही सैलून की दुकानें खुल चुकी हैं.
तीन महीनों से बंद थे सैलून
कोरोनावायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से पिछले तीन महीने से महाराष्ट्र में सैलूनों के दरवाज़े बंद पड़े थे, जिन्हें रविवार (28 जून) को खोल दिया गया है. सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए नागपुर, मुंबई समेत सभी शहरों में हेयर सैलून्स दोबारा खुल गए.
लेकिन, सैलून में बाल कटाने के लिए ऐसे ही कोई नहीं जा सकता. इसके लिए पहले से अप्वाइंटमेंट लेनी होगी. साथ ही यहां 'यूज़ एंड थ्रो' एप्रन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
बदल गया है सैलून का माहौल
अब सैलून में आते ही आपको बहुत सारे बदलाव नज़र आएंगे. ग्राहक और हज्जाम दोनों कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा बताये गए नियमों का पालन कर रहे हैं.
हज्जाम मास्क, हैंड ग्लब्स, फेस शील्ड, यूज एंड थ्रो वाला अप्रेन पहनकर काम कर रहे हैं. वहीं ग्राहक भी मास्क पहनकर हेयर कट ले रहे हैं. इसके अलावा यहां फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा रहा है. पहले जैसे सैलून में एक समय पर ज्यादा भीड़ नहीं दिखाई दे रही है.

सरकारी की तरफ़ से ये हैं शर्तें
पिछले दिनों राज्य के आपदा और पुनर्वास मंत्री विजय वड्डेटीवार ने 25 जून को कहा था कि मंत्रिमंडल के बैठक के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मानक संचालन प्रक्रिया के तहत स्वच्छता और सफाई के पालन के साथ सैलूनों को खोले जाने की मंजूरी देने पर सहमत हो गए हैं.
उन्होंने कहा था कि सैलूनों में काम करने वाले कर्मी और ग्राहक दोनों के लिए मास्क पहनना और सेनिटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य है. वहीं एक तौलिये का इस्तेमाल दूसरे ग्राहक के लिए किया जाना भी मना है.
पिछले तीन महीनें में वित्तीय संकटों का सामना करने की वजह से कम से कम 12 हज्जामों ने आत्महत्या कर ली.