बिल गेट्स ने कहा- कोरोना वैक्सीन कोई भी तैयार करे, सबसे ज्यादा डोज तो भारत ही बनाएगा
भारत में फिलहाल कोरोना वायरस की तीन वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है जिसमें से एक ऑक्सफोर्ड, एक भारत बायोटेक और तीसरी Zydus कैडला की है. सभी वैक्सीन ट्रायल के अलग-अलग फेज में हैं.
दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बिल गेट्स (Bill Gates) ने उम्मीद जताई है कि अगले साल यानी 2021 के पहले क्वार्टर में ही कोरोना की वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) उपलब्ध हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले साल की पहली तिमाही तक कई कोविड-19 वैक्सीन फाइनल स्टेज में होंगी.
न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में बिल गेट्स ने कहा, "अगले वर्ष की पहली तिमाही तक कोविड-19 के कई वैक्सीन लास्ट फेज में होंगी. मैं इसे लेकर काफी आशांवित हूं कि अगले वर्ष की पहली तिमाही तक कोविड-19 के कई टीके अंतिम चरण में होंगे."
इतना ही नहीं बिल गेट्स को भारत से बड़ी उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन उत्पादन के लिए पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है. उन्होंने कहा कि अगले साल कभी भी कोविड-19 वैक्सीन रोलआउट हो सकती है और भारत में बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उत्पादन होगा. उन्होंने कहा कि उसमें से कुछ हिस्सा विकासशील देशों को भी मिले, इसके लिए दुनिया भारत की तरफ नज़र गड़ाए है.

बिल गेट्स ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है. ऐसे में हमें कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन में भारत के सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम सब भारत में जल्द से जल्द वैक्सीन चाहते हैं, बस एक बार उसके प्रभावी और सुरक्षित होने का पता चल जाए.
साथ ही गेट्स ने यह भी कहा कि वो वैक्सीन के भारत में उत्पादन को लेकर बातचीत कर रहे हैं. एक बार कोई भी वैक्सीन, चाहे वह एस्ट्रेजनेका की हो, ऑक्सफोर्ड की हो, नोवावैक्स की या फिर जॉनसन एंड जॉनसन की हो आ जाए तो गेट्स भारत में उसके उत्पादन की पूरी कोशिश करेंगे.
बिल गेट्स का फाउंडेशन भी कोरोना से लड़ाई में योगदान दे रहा है. माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक ने कहा कि यह कोई विश्व युद्ध जैसा नहीं है लेकिन उसके बाद की सबसे बड़ी चीज है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को वैक्सीन समान रूप से मिले, भारत इसमें मदद करेगा.

बिल गेट्स ने कहा, "हमारे पास एक मॉडल है जो दिखाता है कि अगर आप सिर्फ अमीर देशों को वैक्सीन भेजोगे तो बाकी दुनिया में जितनी मौतें होंगी, उसकी आधी जानें बचाई जा सकती हैं. इसके लिए जिन्हें ज्यादा जरूरत है उन्हें वैक्सीन मुहैया करानी होगी."
भारतीय फार्मा इंडस्ट्री बड़े पैमाने पर पूरी दुनिया के लिए अलग-अलग तरह की वैक्सीन का उत्पादन करती है, भारतीय फार्मा उद्योग के पास किसी भी वैक्सीन का उत्पादन तेज़ी से बढ़ाने की क्षमता है और इसी क्षमता को देखते हुए पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है. कोरोना की वैक्सीन दुनिया के किसी भी कोने में खोजी जाए, उसका उत्पादन भारत की क्षमता को देखते हुए उसका उत्पादन यहां करना ही पड़ेगा.
भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार बेसब्री से हो रहा है. भारत में कोरोना मामले 50 लाख के करीब पहुंच चुके हैं जबकि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा हफ्तेभर में 3 करोड़ के आंकड़े को पार कर सकता है. दुनियाभर में कोरोना वायरस के तेज़ी से फैलते संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में इसकी वैक्सीन का इंतजार हो रहा है.