देश के हर एक नागरिक को मिलेगी कोरोना वैक्सीन, कोई पीछे नहीं छूटेगा- पीएम मोदी
भारत सरकार की ओर से अभी से ही वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन की तैयारियां की जा रही हैं, ताकि वक्त आने पर पूरे देश में वैक्सीन उपलब्ध कराई जा सके. एक अनुमान के मुताबिक, सरकार ने शुरुआती तौर पर सभी देशवासियों को वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये तक का बजट रखा है.
कोरोना वायरस का संकट देश और दुनिया में बरकरार है. भारत में इस वक्त कोरोना की कई वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है, इस सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि जब भारत में कोविड वैक्सीन उपलब्ध होगी, तो हर नागरिक को वैक्सीन दी जाएगी, कोई भी छूट नहीं पाएगा.
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए देशवासियों की तारीफ की है. उन्होंने कहा, "कोरोना वैक्सीन को लेकर इस समय देशभर में बहस तेज हो चुकी है. मैं भारत के हर नागरिक को बता दूं कि कोरोना की वैक्सीन हर किसी को उपलब्ध कराई जाएगी और कोई भी इससे पीछे नहीं छूटेगा."
कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में सरकार के वक्त पर लिए गए फैसलों और लोगों की मदद से काफी जान बच पाई हैं, लॉकडाउन लगाने और फिर अनलॉक की प्रक्रिया में जाने की टाइमिंग पूरी तरह से सही थी.
अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स को दिए एक इटंरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, "कोरोना महामारी के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने में जिस तेजी से हालिया सुधारवादी कदम उठाए गए हैं, उसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. दुनियाभर के देश अब भारत के बाजार की ताकतों पर भरोसा करने लगे हैं. यह निवेश का सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन बनने की ओर अग्रसर है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लॉकडाउन सही समय पर करने का ही नतीजा रहा कि कई जानें बचाई जा सकीं. उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है और 2024 तक हम $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पूरा करेंगे.
इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में और इन बातों का जिक्र किया...
- पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना केस कम होने का मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि ये जश्न मनाने का समय है. ये समय हमें अपने आचरण और अपने सिस्टम को मजबूत करने का है.
- मुझे लगता है कि हमें अपना ध्यान कोरोना महामारी की स्थिति को नियंत्रण में करने पर रखना चाहिए. हमें लोगों को अभी और जागरूक करना है और जरूरी कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले जरूरी सामान मुहैया कराना है.
- पीएम मोदी ने कहा कि विशेषज्ञ लंबे समय से इन सुधारों की वकालत कर रहे हैं. यहां तक कि राजनीतिक दल भी इन सुधारों के नाम पर वोट मांगते रहे हैं. सभी की इच्छा थी कि ये सुधार हो. मुद्दा यह है कि विपक्षी दल यह नहीं चाहते कि हमें इसका श्रेय मिले. हम क्रेडिट भी नहीं चाहते हैं.
- पीएम मोदी ने कहा कि मैनुफेक्चरिंग सेक्टर में जो भी कानून थे वो सही थे लेकिन एक कमी हमेशा से रही वो थी लेबर लॉ. लेबर लॉ को हमने और अच्छा और ताकतवर बनाया है. भारत में हमेशा से इस बात को लेकर बहस होती थी कि यहां पर श्रम से ज्यादा श्रम कानून हैं. श्रम कानून ने श्रमिक के अलावा सभी की मदद की.
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत तब तक पूरी तरह से विकसित नहीं हो सकता जब तक यहां के श्रमिकों की स्थित नहीं सुधरेगी. मुझे ये विश्वास है कि हमारी सरकार ने पिछले कुछ महीनों में जो बदलाव किए हैं वह कृषि और मैनुफेक्चरिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव लेकर आएंगे.