लसिथ मलिंगा तेज़ और आक्रामक गेंदबाज़ है. अब जब विश्वकप में चार टीमें सेमीफ़ाइनल में पहुंच चुकी हैं तो मलिंगा ने बताया ये टीम जीत सकती है विश्वकप ख़िताब.
भारतीय विकेट कीपर और दुनिया के बेहतरीन फिनिशर माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी मौजूदा विश्वकप में काफी चर्चा में हैं. हालांकि चर्चा का विषय अलग-अलग है. इस विश्वकप में लगातार धोनी की धीमी बल्लेबाज़ी की आलोचनाएं हो रही है. क्रिकेट एक्सपर्ट से लेकर पूर्व क्रिकेटरों ने कई मौक़ों पर उनकी धीमी बल्लेबाज़ी की आलोचना की है.
इसी बीच उनके संन्यास को लेकर भी तरह-तरह के कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं. माना जा रहा है कि विश्वकप के बाद धोनी क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. लेकिन श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ लासिथ मलिंगा का कहना है कि धोनी को एक या दो साल और खेलना चाहिए.
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भारत के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले मुक़ाबले से पहले लासिथ मलिंगा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि एमएस धोनी अभी भी विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं और युवा खिलाड़ियों को उनके अनुभव से सीखना चाहिए.
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द इंडियन एक्सप्रेस ने एएनआई के हवाले से दावा किया है जिसमें मलिंगा ने कहा, “धोनी को एक या दो साल और खेलना चाहिए और ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए जो बेहतरीन फिनिश कर सकें. वो अभी भी विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं. किसी के लिए भी टीम में उनकी जगह भरना मुश्किल होगा इसलिए युवा खिलाड़ियों को उनसे सीखना चाहिए.”
वहीं लासिथ मलिंगा ने भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की भी जमकर तारीफ़ की. बुमराह अभी तक विश्वकप में भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज़ रहे हैं और उन्होंने अभी तक 8 मैचों में 14 विकेट चटकाए हैं. मलिंगा का मानना है कि यॉर्कर के बजाए बुमराह को उनका सटीक निशाना ख़तरनाक बनाता है. मलिंगा का मानना है कि बुमराह की सबसे अच्छी बात यह है कि उन्हें अपनी काबिलियत पर भरोसा है जिससे उनके ऊपर विश्वकप जैसे टूर्नामेंट में अच्छा करने का दबाव नहीं होता है.
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लसिथ मलिंगा ने कहा, “दबाव क्या है? दबाव का मतलब है कि आपके पास योग्यता नहीं है. अगर आपके पास योग्यता है तो आप दबाव में नहीं होंगे. ये काबिलियत और सटीकता की बात है और अगर आपका निशाना सटीक है, आप जानते हैं कि आप क्या कर सकते हैं तो दिक्कत की कोई बात ही नहीं है. बुमराह बेहतरीन गेंदबाज़ हैं और जानते हैं कि वो एक ही तरह गेंद लगातार फेंक सकते हैं.”
आईपीएल में एक ही टीम मुंबई इंडियस की ओर से खेलने वाले मलिंगा ने बुमराह के लिए आगे कहा, “बात ये है कि हर कोई यॉर्कर फेंक सकता है. धीमी गेंद भी फेंक सकता हैं, लेंथ गेंद भी सकता है, लेकिन सटीक ठिकाना हमेशा बड़ी बात होती है. आप कितनी बार एक ही जगह गेंद डाल सकते हो? इसके बाद मैच का विश्लेषण करने की बात आती है. स्थिति को संभालना काफ़ी ज़रूरी है और इसके बाद जो योजना बनाई है उसके मुताबिक़ खेलना ज़रूरी है.”
मलिंगा ने कहा, “मैंने बुमराह को 2013 में देखा था और उनके साथ काफी वक़्त बिताया था. बुमराह में सीखने की ललक है और वो बहुत जल्दी सीखते हैं. सीखने की भूख होना ज़रूरी है. बुमराह ने काफी कम वक़्त में बहुत कुछ सीखा है. मुझे इस विश्वकप में उनके एक मैच में पांच विकेट लेने का इंतज़ार रहेगा. मुझे लगता है कि अगर वो ऐसा सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में करेंगे तो टीम फ़ाइनल के लिए ज़रूर क्वालिफाई करेगी.”
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धोनी और बुमराह की तारीफ़ के अलावा लासिथ मलिंगा ने भारतीय टीम की भी तारीफ़ की. मलिंगा का मानना है कि टीम 2011 विश्वकप के इतिहास को दोहरा सकती है.
लासिथ मलिंगा ने कहा, “मुझे लगता है कि ये टीम कर सकती है क्योंकि इसमें काबिलियत है. इस टीम के पास अनुभवी खिलाड़ी हैं. आप जानते ही हैं कि रोहित शर्मा कितनी शानदार बल्लेबाज़ी कर रहे हैं. वहीं विराट कोहली की बड़ी पारी आना अभी बाकी है. वो इस विश्वकप का अपना पहला शतक सेमीफ़ाइनल या फ़ाइनल में बना सकते हैं. भारत के पास मैच जिताने वाले कई खिलाड़ी हैं.”
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