नेपोटिज़्म पर ज़रूरत से ज़्यादा बात हो रही है- अनुभव सिन्हा
हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही सवालों के घेरे में है. इन दिनों बॉलीवुड में नेपोटिज़्म, मूवी माफिया और ड्रग का चलन जैसे गंभीर आरोपों को झेलना पड़ रहा है.
फ़िल्म निर्माता-निर्देशक अनुभव सिन्हा का मानना है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म के मुद्दे को ज़रुरत से कहीं ज़्यादा तूल दिया जा रहा है.
हाल ही में अनुभव सिन्हा ने आईएएनएस ने कहा, "नेपोटिज़्म पर ज़रूरत से ज़्यादा चर्चा हो रही है. यह हर कहीं मौजूद है और मैं ऐसा पहले दिन से कहता आ रहा हूं. इसपर कुछ ज़्यादा ही बातें हो रही हैं."
अनुभव ने फेवरटिज़्म के मुद्दे पर भी बात कीं और यह भी कहा कि हाल ही में पैदा हुए शब्द मूवी माफिया से बहुत ज़्यादा अवगत नहीं रहे हैं.
मूवी माफ़ियाओं के बारे में अनुभव ने कहा, "मूवी माफ़ियाओं कि बात करूं, तो इंडस्ट्री में मैंने इस शब्द को ज़्यादा नहीं सुना है. हां, फेवरटिज़्म और बुली करना इस इंडस्ट्री में मौजूद है और ऐसा हर कहीं होता है, लेकिन हमें अपने साथी कलाकारों के बारे में अधिक ध्यान बरतने की आवश्यकता है. हमें एक-दूसरे का ख़्याल रखना है और दोस्ताना पूर्ण ढंग से काम करना है."
हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही सवालों के घेरे में है. इन दिनों बॉलीवुड में नेपोटिज़्म, मूवी माफिया और ड्रग का चलन जैसे गंभीर आरोपों को झेलना पड़ रहा है.
मंगलवार को मानसून सत्र के दूसरे दिन ज़ीरो ऑवर में समाजवादी पार्टी की सांसद और दिग्गज अभिनेत्री जया बच्चन ने फ़िल्म इंडस्ट्री को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही चर्चा पर सवाल उठाया है.