कैप्टन अमरिंदर के आरोपों पर जमकर बरसे केजरीवाल, कहा- इतनी गिरी हुई राजनीति कैसे कर सकते हैं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्टेडियम को जेल के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मुझसे खफा है
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगी सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन लगातार सातवें दिन जारी है. इस बीच कृषि कानूनों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आमने-सामने हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कृषि कानूनों को लागू कर किसान विरोधी होने का प्रमाण दे दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह के हमले का अब अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है.
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पास कृषि कानूनों को रोकने के लिए कई अवसर थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. साथ ही उन्होंने कहा कि स्टेडियम को जेल के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मुझसे खफा है.
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि केंद्र सरकार की कमेटी में कैप्टन अमरिंदर सिंह थे. कमेटी के अंदर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन काले कानूनों का विरोध क्यों नहीं किया. इनको क्यों नहीं रोका. उन्होंने कहा कि जिस दिन राष्ट्रपति ने कृषि बिल पर हस्ताक्षर कर दिए उस दिन ये कानून बन गए. किसी राज्य सरकार के पास ये ताकत नहीं है कि इसको रोक दे. सीएम केजरीवाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को अगर ये सब पता है तो उन्होंने मुझपर झूठे आरोप क्यों लगाए.
The reason behind Captain sahab's allegation is that we did not allow the nine stadiums in Delhi to be converted into jails. Centre had plans to put the farmers in these stadiums. They're upset with me as I didn't give permission for making them jails: Delhi CM Arvind Kejriwal https://t.co/bPwMcFBuou
— ANI (@ANI) December 2, 2020
सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस मुद्दे पर हमें राजनीति नहीं करनी है. ना होने देनी है. मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि केंद्र सरकार किसानों की मांग को माने और एमएसपी की गारंटी को लिखित में दे. केजरीवाल ने कहा, ''आज पूरा देश देख रहा है कि हमारे देश के किसान कड़ी ठंड में खुले आसमान में प्रदर्शन कर रहा है और रात को सो रहा है. ये सोचकर नींद नहीं आती है. आज कोई भी देशभक्त चैन की नींद नहीं सो सकता है. ये लड़ाई सिर्फ किसानों की नहीं है, ये हम सब की लड़ाई है.''
उन्होंने कहा, ''पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने मुझपर आरोप लगाए कि दिल्ली में मैंने ये काले कानून पास कर दिए. इतने नाजुक मोड़ पर भी कैप्टन साहब इतनी गिरी हुई राजनीति कैसे कर सकते हैं. ये तीनों केंद्र के कानून हैं. ये किसी राज्य सरकार के ऊपर नहीं है कि ये लागू करेगी या नहीं करेगी.''
केजरीवाल ने कहा, ''हमने दिल्ली में स्टेडियम को जेल बनाने से रोका है. तब से केंद्र की बीजेपी सरकार हमसे बहुत नाराज है. केंद्र सरकार का प्लान था कि सभी किसान जो दिल्ली आएंगे उन्हें स्टेडियम में डाल देंगे. मुझपर दबाव था, किस किस का फोन नहीं आया स्टेडियम के लिए. कैप्टन साहब क्या इन्हीं लोगों का आप पर दबाव है जो आप मुझपर झूठे आरोप लगा रहे हैं. BJP से दोस्ती है या कोई और दबाव?''
इससे पहले केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि एक तरफ आम आदमी पार्टी संघर्ष कर रहे किसानों की हिमायत करने का दावा कर रही है, जबकि दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 23 नवंबर 2020 को नोटिफिकेशन जारी कर कृषि कानूनों को लागू कर दिया.
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात की हैरानी है कि जब किसान 'दिल्ली चलो' की तैयारी कर रहे थे तब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने नोटिफिकेशन जारी कर राष्ट्रीय राजधानी में अन्नदाता के मौत के वारंट पर दस्तखत कर दिए.