दिल्ली DTC और कलस्टर बसों में 20 यात्रियों की सीमा ख़त्म, ये है नया नियम
दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर बसों में अधिकतम 20 सवारियों को बैठाने की लिमिट खत्म कर दी गई है. अब बसें फुल सिटिंग कपैसिटी के साथ दौड़ सकेंगी.
राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या के बीच दिल्ली सरकार ने त्योहारों को देखते हुए लोगों को राहत दी है. सरकार ने डीटीसी बसों में 20 यात्रियों की सीमा को खत्म कर दिया है. साथ ही हर सीट पर यात्रियों को सफर करने की अनुमति दे दी है. हालांकि बसों में सफर करने के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा. दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) ने बसों में सभी सीटों पर यात्रियों को बिठाने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की 23 अक्टूबर को एक बैठक में डीटीसी और क्लस्टर बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ाने का मुद्दा उठाया गया था. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मांग की थी कि बसों में पूरी सीटें भरी हो परंतु किसी को खड़े होकर सफर करने की इजाजत न हो. डीटीसी और क्लस्टर बसों में 40-45 सीटें होती हैं. बसों में कम यात्रियों को चढ़ने की इजाजत की वजह से स्टैंडों पर बड़ी भीड़ हेाती है.
कोरोना महामारी से बचाव के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने डीटीसी बसों में यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया था और सिर्फ 20 लोगों को ही एक डीटीसी बस में सफर करने की अनुमति दी थी, जिसे अब खत्म कर दिया गया है. नए आदेश के बाद अब डीटीसी और कलस्टर बसों में जितनी सीट उतने यात्री सफर कर सकेंगे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बसों में 20 लोगों की सीमा खत्म किये जाने की पुष्टि की है.

जब सत्येंद्र जैन से बढ़ते केसों के बीच बसों से यात्रियों की सीमा खत्म किये जाने को लेकर पूछा गया तो जैन ने कहा, "देखिए अगर लोग मास्क लगा रहे हैं तो कोई दिक्कत नहीं. अगर मास्क नहीं लगा रहे हैं तो 20 भी ख़तरनाक हैं. अभी भी हम असीमित अनुमति नहीं दे रहे हैं, जितनी सीट उतने ही लोगों को इजाज़त दे रहे हैं. दिल्ली ही नहीं पूरे देश में ये कर दिया गया है, जितनी सीट उतने यात्रियों को अनुमति दी जाएगी."
डीटीसी और क्लस्टर बसों में करीब 40-45 यात्री बैठकर सफर कर सकते हैं, लेकिन कोरोना की वजह से लगाई गई पाबंदियों के चलते अब तक सिर्फ 20 यात्रियों के साथ बसों को चलाने की अनुमति दी गई थी. यात्रियों की संख्या सीमित होने के कारण बस स्टैंड पर लंबी कतार देखने को मिलती थी. साथ ही लोगों को काफी देर तक बसों का इंतज़ार करना पड़ता था. दीपावली और अन्य त्योहारों में सरकार के इस फैसले लोगों को राहत मिलेगी.
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