ENG vs AFG: अफ़ग़ानियों को मॉर्गन के सपने रातों को डराएंगे
ये इयॉन मॉर्गन का शो था. अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ उनके बल्ले ने जो शोर मचाई वो अफ़ग़ानियों के कान में वर्षों तक गूंजेगी. राशिद ख़ान दुस्वप्न की तरह इस पारी को याद करेंगे.
इंग्लैंड के कप्तान इयॉन मॉर्गन ने आज तय कर लिया था कि वो अफ़ग़ानिस्तानी गेंदबाज़ों की हर गेंद को स्टैंड में ही भेजेंगे. 30वें ओवर में बेयरस्टो के आउट होने के बाद वो मैदान में उतरे और 43वें ओवर में वो शतक बना चुके थे. उन्होंने विश्वकप की एक पारी सबसे ज़्यादा 16 छक्कों के क्रिस गेल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. 57 गेंदों में बना शतक विश्वकप इतिहास का चौथा सबसे तेज़ शतक है.
प्वांट्स टेबल में सबसे निचले स्थान पर मौजूद अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ इंग्लैंड ने 50 ओवरों में 6 विकेट के नुक़सान पर 397 रन बना दिए. ये इस विश्वकप का सबसे बड़ा स्कोर है. 30 ओवरों में 164 रन बनाने वाले इंग्लैंड ने आख़िरी 20 ओवर्स में 233 रन ठोक दिए.
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ये सब मुमकिन हुआ मॉर्गन की धुआंधार बल्लेबाज़ी की वजह से. 47वें ओवर की आख़िरी गेंद पर गुलबदीन नईब की गेंद पर आउट होने से पहले मॉर्गन ने 71 गेंदों में 4 चौक्कों और 17 छक्कों की मदद से 148 रनों की धुआंधार पारी खेली. मॉर्गन ने इंग्लैंड की पारी को अचानक आसमान में पहुंचा दिया. अगर वो मैदान में रहते तो इंग्लैंड का 400 पार पहुंचना तय था. हालांकि आख़िरी ओवर्स में बल्लेबाज़ी करने उतरे मोइन ख़ान ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने 9 गेंदों में 31 रन बनाकर टीम को 400 के क़रीब पहुंचा दिया.
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जो रूट के साथ मॉर्गन ने मैदान में तूफ़ान खड़ा कर दिया
राशिद ख़ान को उन्होंने ख़ास तौर पर निशाना बनाया. पूरी पारी में ख़ान को 11 छक्के पड़े. 9 ओवरों में उन्होंने 12.22 की इकोनॉमी से 110 रन दिए. इससे पहले टॉस जीतक पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी इंग्लैंड ने अपेक्षाकृत धीमी शुरुआत की थी. 10वें ओवर में जब पहला विकेट गिरा तो इंग्लैंड का स्कोर महज 44 रन था.
चोटिल जेसन रॉय की जगह ओपनिंग करने उतरे जेम्स विंस 31 गेंदों में 26 रन बनाकर दौलत ज़ादरान का शिकार बने. उसके बाद मैदान में उतरे जो रूट. जॉनी बेयरस्टो और रूट की जोड़ी जम गई. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 120 रन जोड़े और 30वें ओवर की चौथी गेंद पर गुलबदीन नईब की गेंद पर 99 गेंदों में 90 रन बनाकर जब बेयरस्टो आउट हुए तो टीम का स्कोर 164 था.
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ठीक इसके बाद मॉर्गन ने मैच का नक्शा ही बदल दिया. मॉर्गन आए और मैदान के चारों तरफ़ छा गए. मॉर्गन की देखा-देखी जो रूट ने भी हाथ खोलने शुरू कर दिए. लेकिन 47वें ओवर की चौथी गेंद पर गुलबदीन नईब ने रूट को रहमत शाह के हाथों कैच कराकर वापस भेजा. आउट होने से पहले रूट अपना काम कर चुके थे. उन्होंने 82 गेंदों में 88 रनों की पारी खेली. इसी ओवरकी आख़िरी गेंद पर मॉर्गन भी आउट हो गए.
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रूट-मॉर्गन के आउट होने के बाद अफ़ग़ानिस्तान मैदान में उतरे विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ जोस बटलर लंबे शॉट लगाने के चक्कर में मात्र 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. अफ़गानिस्तान की तरफ़ से मुजीब-उर-रहमान इकलौते गेंदबाज़ रहे जिनकी इकोनॉमी 6 से कम रही. वो तो शुक्र है कि उन्होंने मॉर्गन से पहले ही अपना कोटा पूरा कर लिया था. दौलत ज़ादरान और गलबदीन नईब को 3-3 विकेट हासिल हुए. इस टूर्नामेंट में पहली जीत की तलाश कर रही अफ़ग़ानिस्तान को अब 398 रन बनाने होंगे. ये इस टीम के लिए तक़रीबन नामुमकिन काम होगा.
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