असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का लंबी बीमारी के बाद निधन, प्रधानमंत्री और राहुल गांधी ने शोक जताया
असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई का सोमवार शाम लंबी बीमारी के बाद गुवाहाटी में निधन हो गया. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जताया है.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया. वे 84 साल के थे. उन्हें अगस्त में कोरोना हुआ था. वे एक बार ठीक हो चुके थे. लेकिन पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशंस से जूझ रहे थे. गुवाहाटी के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में उन्होंने शाम 5 बजकर 34 मिनट पर अंतिम सांस ली.

तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया है. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, '' श्री तरुण गोगोई जी एक लोकप्रिय नेता और बुजुर्ग प्रशासक थे. उनके पास असम के साथ-साथ केंद्र की राजनीतिक सालों पुराना अनुभव था. उनके निधन से दुख पहुंचा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के प्रति हैं. ओम शांति.''
Shri Tarun Gogoi Ji was a popular leader and a veteran administrator, who had years of political experience in Assam as well as the Centre. Anguished by his passing away. My thoughts are with his family and supporters in this hour of sadness. Om Shanti. pic.twitter.com/H6F6RGYyT4
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गोगोई के निधन पर शोक जताया है. गांधी ने ट्वीटर पर गोगोई को एक सच्चा कांग्रेसी बताते हुए लिखा कि तरुण गोगोई ने अपना पूरा जीवन असम के सभी लोगों और समुदायों को एक साथ लाने में लगा दिया. मेरे लिए वो महान और बुद्धिमान शिक्षक. मैं उन्हें प्यार और बहुत सम्मान करता था. मुझे उनकी बहुत याद आएगी. गौरव और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.
Shri Tarun Gogoi was a true Congress leader. He devoted his life to bringing all the people and communities of Assam together.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 23, 2020
For me, he was a great and wise teacher. I loved and respected him deeply.
I will miss him. My love and condolences to Gaurav & the family. pic.twitter.com/jTMfSyAJ6J
कोरोना का प्रभाव
गोगोई का रविवार को 6 घंटे तक डायलिसिस किया गया था. लेकिन शरीर में फिर से टॉक्सिन जमा हो गए. इसके बाद उनका शरीर इस स्थिति में नहीं था कि दोबारा डायलिसिस किया जा सके.
गोगोई 2 नवंबर से अस्पताल में भर्ती थे. शनिवार को हालत बिगड़ने पर वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा. 25 अगस्त को उन्हें कोरोना संक्रमण का पता चलने पर अगले दिन गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था. कोरोना के चलते दूसरे कॉम्प्लिकेशंस होने की वजह से उन्हें 2 महीने अस्पताल में रखने के बाद 25 अक्टूबर को छुट्टी दी गई थी.

राजनीतिक सफर
गोगोई का जन्म 1 अप्रैल 1936 को हुआ था. वे 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री रहे. गोगोई ने कांग्रेस को लगातार तीन विधानसभा चुनावों में जीत दिलाई. सबसे लंबे समय तक असम का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है.
गोगोई 6 बार लोकसभा के लिए चुने गए. वे 1971 से 1985 तक तीन बार जोरहट से सांसद रहे. उसके बाद 1991-96 और 1998-2002 के दौरान कालीबोर के सांसद रहे. अभी इस सीट से उनके बेटे गौरव गोगोई सांसद हैं.