किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत शुरू, कानून वापसी की मांग कर रहे हैं किसान
नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत शुरू हो गई है. मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही थी.
नरेंद्र मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन गुरुवार को 8वें दिन में प्रवेश कर गया. आंदोलनकारी किसानों ने 5 दिसंबर को देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है. किसानों ने कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपील की है. इस बीच किसान और सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत शुरू हो गई है. यह बातचीत दिल्ली के विज्ञान भवन में हो रही है.
दिल्ली: कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे। #FarmersProtest pic.twitter.com/tTPmucBWY7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
किसानों से बातचीत के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंच गए हैं. किसान नेताओं ने सरकार के साथ होने वाली चौथे दौर की बातचीत विफल होने की सूरत में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.

मंगलवार को विज्ञान भवन में केंद्रीय कृषि कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलमंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश के साथ हुई 35 किसान संगठनों की बैठक बेनतीजा रही थी.
सरकार के साथ बातचीत से पहले किसान संगठनों ने साफ कहा है कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा. किसान संगठनों ने केंद्र सरकार को आपत्तियों की लिस्ट सौंपी है. इस लिस्ट में किसानों ने कृषि कानून के साथ-साथ वायु गुणवत्ता अध्यादेश और प्रस्तावित बिजली (संशोधन) बिल पर भी आपत्तियां जताई है.
हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी। सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा। अभी चलकर सरकार से बात करेंगे: "आप कानून रद्द करवाना चाहते हैं या उनमें संशोधन" सवाल पूछे जाने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/Y9v1RvobLw
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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से जब यह पूछा गया कि आप कानून रद्द करवाना चाहते हैं या उनमें संशोधन'? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी. सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा. अभी चलकर सरकार से बात करेंगे.''
#WATCH | दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे। pic.twitter.com/r64ScGdDqR
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किसानों की सरकार के साथ चौथे दौर की बैठक से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए उनके घर पहुंचे हैं. कृषि कानूनों से जुड़े मुद्दे को समझने और गतिरोध खत्म करने खातिर बीच का रास्ता अपनाने के लिए अमारिंदर सिंह और अमित शाह मीटिंग कर रहे हैं.
मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ लगने वाली कई सीमाओं पर किसान पिछले आठ दिन से धरने पर बैठे हैं. सिंघु बॉर्डर पर हजारों किसान डेरा डाले हुए हैं, जबकि कई अन्य समूहों ने टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर पर आवागमन को रोक दिया है.

किसानों के प्रदर्शन के चलते एनएच-24 पर यातायात बंद हो गया है. यहां भी किसानों ने रास्ता जाम कर दिया है. एनएच-24 जाम होने से दिल्ली और यूपी के बीच आवाजाही ठप हो जाएगी.
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