GST घोटाला: 350 करोड़ रूपए के दावे, ढूंढे तो ग़ायब हैं 1200 दावेदार
जीएसटी का बड़ा घोटाला पकड़ा गया है. मामला क़रीब साढ़े तीन सौ करोड़ का बताया जा रहा है.
जीएसटी विभाग के अधिकारियों की पकड़ क़रीब 350 करोड़ का घोटाला आया है. दरअसल अधिकारियों ने पाया कि 1200 व्यापारियों ने जीएसटी रिफंड का दावा पेश किया, लेकिन जब इन व्यापारियों की तलाश की गई थी उनमें सो कोई भी मौजूद नहीं मिला.
फ़िलहाल राजस्व विभाग ने यह रिफंड रोक दिया है. सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस पूरे घोटाले में कुछ कस्टम ब्रोकर शामिल हो सकते हैं.
यह भी बताया गया है कि GST Refund के दावे दूसरे लोगों की ID चुरा कर बनाए गए हो सकते हैं. केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और कस्टम बोर्ड ने कस्टम ब्रोकर्स को लाईसेंस दिए हैं जो निर्यातक व्यापारियों की KYC की जांच करते हैं. लेकिन पता चला है कि इसमें से क़रीब 50 ब्रोकर ऐसे व्यापारियों के साथ काम कर रहे थे जिनका कोई वजूद ही नहीं था.
इस पूरे मामले में कई पेचीदा और हैरान कर देने वाले केस सामने आये हैं. मसलन एक फ्रॉड कंपनी ने क़रीब 847 करोड़ के नकली बिल बनाए और रिफंड क्लेम किया है. फ़िलहाल बेशक जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने 350 करोड़ का चूना लगने से विभाग को बचा लिया है. पर यह पूरा मामला रिफंड की व्यवस्था में सूराख़ों को भी सामने लाता है.