कोरोना के मामले में उछाल के बाद हिमाचल में कोहराम, आज से बढ़ेगी सख़्ती, लागू होंगे ये नए नियम
नाइट कर्फ्यू और जिलों की सीमाओं में लोगों की आवाजाही में सख़्ती का फ़ैसला लिया जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है. सामाजिक कार्यक्रमों में उपस्थिति पर पाबंदियां लग सकती हैं.
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार सख़्ती बढ़ाने के मूड में दिख रही है. आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के चलते सरकार कई बंदिशें लगाने की तैयारी में है. इसके तहत नाइट कर्फ्यू और जिलों की सीमाओं में लोगों की आवाजाही में सख़्ती का फ़ैसला लिया जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है. सामाजिक कार्यक्रमों में उपस्थिति पर पाबंदियां लग सकती हैं.
बैठक से पहले हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, “कोविड मामलों में बढ़ोतरी के चलते सरकार सामाजिक समारोहों में कुछ पाबंदियां लगाने पर विचार करेगी. यह सुनिश्चित करेंगे कि लोग सभी आवश्यक एहतियाती उपाय करें. होम आइसोलेशन में रह रहे पॉजिटिव मरीजों की नियमित निगरानी भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनकी संख्या अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों से अधिक है.”
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने जा रही इस बैठक में कई एजेंडों पर चर्चा होगी. दिल्ली के लिए भी एचआरटीसी बसों के रूट कम करने पर निर्णय हो सकता है. मास्क न पहनने वालों पर सरकार और ज़्यादा सख़्ती बरत सकती है. सप्ताह के भीतर कोरोना से मृत्यु दर 1.2 से 1.6 फीसदी पहुंच गई है.

इस दौरान राज्य में 90 लोगों ने जान गंवाई है. कोरोनावायरस के सक्रिय मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं. कुछ ज़िलों में हालात बदतर होते जा रहे हैं. शिमला, मंडी और कुल्लू में वायरस ने विकराल रूप धारण कर लिया है. सरकारी महकमे का मानना है कि इसका एक बड़ा कारण लोगों की ओर से लापरवाही बरतना भी है. सरकार मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना राशि 500 से 1500 रुपये तक करने की तैयारी में है. यह मामला भी कैबिनेट के एजेंडे में है.
कैबिनेट बैठक के चलते सोमवार को राज्य सचिवालय कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे. दरअसल, सचिवालय में बड़ी संख्या में कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. ऐसे में कैबिनेट मंत्रियों में संक्रमण न फैले, इसी के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है.