ईरान का परमाणु कार्यक्रम फिर शुरू, यूरेनियम संर्वर्धन किया चालू
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने कहा कि शिम पवित्र शहर क़ोम के उत्तर में एक पहाड़ के नीचे बनी एक सुविधा फोर्डो में आधी रात के बाद गैस इंजेक्शन शुरू हुआ. आईएईए के संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने इंजेक्शन देखा.
ईरान ने आज अपने भूमिगत फोर्डो परमाणु परिसर के सेंट्रीफ्यूज में यूरेनियम गैस इंजेक्ट किया. ये दुनिया की शक्तियों के साथ अपने 2015 के परमाणु समझौते को खत्म करने के लिए ईरान का सबसे बड़ा कदम है.
तेहरान ने इस बीच अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के एक अधिकारी को पिछले सप्ताह अपने परमाणु स्थल पर जाने से भी रोक दिया था. ये पहला ऐसा वाक़या है जब संयुक्त राष्ट्र अमरीका के किसी निरीक्षक को कभी रोका गया हो. ये सब ऐसे समय में हो रहा है जब परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव के अपने चरम पर है. तेहरान ने इस बात को स्वीकार किया है.
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने कहा कि उसने एक महिला आईएईए इंस्पेक्टर को अपने नटज़ान केंद्र में जाने से रोक दिया था. जहां सेंट्रीफ्यूज यूरेनियम को भी समृद्ध करते थे. ईरान ने कहा कि जब महिला ने केंद्र में प्रवेख करने की कोशिश की तो अलार्म बंद हो गया, जिससे वहां के अधिकारियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया.
ईरान की परमाणु एजेंसी के हवाला से देश की आईआरएनए समाचार एजेंसी ने कहा कि संदिग्ध सामग्री ले जाने की चिंताओं के कारण महिला को रोक दिया गया था. निरीक्षक ने बाद में अपनी यात्रा पूरी किए बिना ईरान से वापस चली गईं.
इन नए कदमों ने यूरोप पर ईरान को अन्य देशों में कच्चा तेल बेचने देने का दबाव बढ़ा दिया है. ईरान के कच्चे तेल को विदेश में बेचने के लिए अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा लगाया गया था. अमरीका ने ईरान के परमाणु समझौते को एकतरफा वापस ले लिया.
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने कहा कि शिम पवित्र शहर क़ोम के उत्तर में एक पहाड़ के नीचे बनी एक सुविधा फोर्डो में आधी रात के बाद गैस इंजेक्शन शुरू हुआ. आईएईए के संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने इंजेक्शन देखा. सेंट्रीफ्यूज 4.5 प्रतिशत तक यूरेनियम को और बेहतर करना शुरू कर देगा, जो परमाणु समझौते की सीमा से काफ़ी ज़्यादा है. लेकिन कहीं भी हथियार-ग्रेड का स्तर 90 प्रतिशत के पास नहीं है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी
फोर्डो के 1,044 सेंट्रीफ्यूज पहले यूरेनियम गैस के बग़ैर ही चला करता था जो कि परमाणु समझौते के तहत था. ईरान ने आर्थिक प्रतिबंधों को हटवाने के बदले में अपने यूरेनियम संवर्धन को सीमित कर दिया था. इस सौदे के तहत फोर्डो को ‘परमाणु, भौतिकी और प्रौद्योगिकी केंद्र’ बनाना था. ईरान ने 2009 में तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर पश्चिमी शक्तियों द्वारा बदे दबाव के बीच फोर्डो के अस्तित्व को स्वीकार किया था. पश्चिमी देशों को आशंका थी कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के अपने कार्यक्रम को लागू कर सकता है. लेकिन ईरान बार बर ये जोर देकर कहता रहा है कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.
परमाणु समझौते के खारिज़ होने के बाद सऊदी के तेल टैंकरों और सऊदी तेल सुविधाओं पर रहस्यमय हमलों से तनाव और भी बढ़ गया था. यू.एस. ने हमले के पीछे ईरान के हाथ होने का आरोप लगाया था. हालांकि ईरान ने आरोप से इनकार किया. ईरान ने तेल टैंकरों को ज़ब्त कर लिया था और अमरीकी सेना के ड्रोन को मार गिराया था.