लॉकडाउन ने बचाई 37 से 78 हज़ार लोगों की जान- डॉ हर्षवर्धन
उन्होंने बताया लॉकडाउन ने लगभग 14 लाख से 29 लाख मामलों को भी रोका है.
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सोमवार से 18 दिनों के मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई. सत्र के दूसरे दिन आज पहले राज्यसभा की कार्यवाही हो रही है. मॉनसून सत्र के दूसरे दिन राज्यसभा में कोरोना की स्थिति पर बयान देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, 'कोविड-19 मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत जबकि ठीक होने की दर 77.65 प्रतिशत है. भारत मौत और कोरोना के मामलों को सीमित करने में सक्षम है. हमारे यहां प्रति दस लाख पर 3,320 मामले और 55 मौते हैं. यह आंकड़ा दुनिया के मुकाबले काफी कम है.'
उन्होंने बताया लॉकडाउन ने लगभग 14 लाख से 29 लाख मामलों और 37,000 से 78,000 मौतों को रोका. इन 4 महीनों का उपयोग अतिरिक्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन को बढ़ाने और पीपीई किट, एन 95 मास्क और वेंटिलेटर जैसे भारतीय महत्वपूर्ण तत्वों को बढ़ाने के लिए किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में हर रोज 10 लाख COVID-19 परीक्षण हो रहे है. जो प्रति दिन प्रति मिलियन जनसंख्या पर 720 परीक्षण का अनुवाद करता है. ये WHO द्वारा निर्धारित की तुलना में बहुत अधिक है, जो प्रति दिन प्रति मिलियन लोगों 140 परीक्षण करता है.
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक सिंतबर 11 तक देश में कुल 55189226 नमूनों का परीक्षण किया गया. डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा, " मैं सदस्यों को याद दिलाना चाहता हूं कि COVID-19 के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है. मैं सदन को सूचित करना चाहता हूं कि सरकार भारत में COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है."
बता दें, स्वास्थ्य मंत्री का ये बयान तब आया है जब मंगलवार सुबह तक देशभर में कोरोना वायरस के कुल एक्टिव मामलों का आंकड़ा 9 लाख 90 हज़ार 61 दर्ज किया गया है.
वहीं पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना वायरस के कुल 83 हज़ार 809 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा अब बढ़कर 49 लाख 30 हज़ार 236 तक पहुंच गया है.
देश में कोरोना के सिर्फ एक्टिव मामले ही नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि इसके संक्रमण की वजह से मौतों का आंकड़ा भी तेज़ी से बढ़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में 1054 लोगों ने देशभर में कोरोना की वजह से जान गंवाई है. कोरोना वायरस अबतक देश में 80 हज़ार 776 लोगों की मौत का कारण बन चुका है. पूरे देश में रोजाना 1000 से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं.