मोहम्मद शहज़ाद ने कहा कि उन्हें अपना फोन देखने के बाद पता चला कि घुटने की चोट की वजह से विश्वकप से बाहर कर दिया गया है. उन्होंने कहा टीम के किसी भी खिलाड़ी को इसकी जानकारी नहीं थी ये जानने के बाद वो भी मेरी तरह सदमे में थे.
अफ़ग़ानिस्तान के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ मोहम्मद शहज़ाद के विश्वकप से बाहर जाने का मामला अब बड़े विवाद में तब्दील होने लगा है. हफ़्ते भर पहले अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ये ऐलान किया था ख़राब फ़िटनेस की वजह से शहज़ाद विश्वकप में आगे नहीं खेल पाएंगे. लेकिन अब ख़ुद मोहम्मद शहज़ाद ने इस मामले पर मुंह खोलते हुए क्रिकेट बोर्ड पर ही साज़िश का इल्ज़ाम लगा दिया है.
सलामी बल्लेबाज़ शहज़ाद का कहना है कि उन्हें ख़ुद नहीं मालूम कि किस आधार पर उन्हें अनफिट करार दिया गया है. उनके मुताबिक़ क्रिकेट बोर्ड ने उनके साथ पक्षपात किया है.
शहज़ाद के ताज़ा बयान ने बोर्ड के इस फ़ैसले पर सवालिया निशान लगा दिया है. अफ़ग़ानिस्तान के विस्फ़ोटक सलामी बल्लेबाज़ शहज़ाद का कहना है कि वो बिल्कुल फिट हैं. उनके मुताबिक़ उनके घुटने में चोट थी लेकिन वो अब वो आराम से खेलने के क़ाबिल हो गए हैं.
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शहज़ाद ने कहा, “मुझे अभी भी नहीं पता है कि जब मैं खेलने के फिट था तो मुझे अनफिट क्यों कहा गया? बोर्ड के कुछ लोगों ने मेरे ख़िलाफ़ साजिश रची है. उनका कहना है कि उनके विश्वकप से बाहर होने की ख़बर के बारे में किसी को नहीं पता था. इसके बारे में सिर्फ प्रबंधक, डॉक्टर और कप्तान को पता था कि मैं विश्वकप से बाहर होने जा रहा हूं. यहां तक कि कोच फिल सिमंस को भी इस बात की जानकारी नहीं थी, उन्हें ये बहुत बाद में पता चला.”
मोहम्मद शहज़ाद ने कहा, “मैंने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले मुक़ाबले के लिए अपनी प्रैक्टिस भी पूरी कर ली थी. लेकिन अपना फोन देखने के बाद ही मुझे पता चला कि मुझे घुटने की चोट की वजह से विश्वकप से बाहर कर दिया गया है. टीम के किसी भी खिलाड़ी को इसकी जानकारी नहीं थी ये जानने के बाद वो भी मेरी तरह सदमे में थे.”
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हालांकि अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ असदुल्ला ख़ान ने शहज़ाद के किए गए दावों की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि टीम के किसी भी खिलाड़ी की फिटनेस से समझौता नहीं किया जा सकता है.
असदुल्ला ख़ान ने कहा, “मोहम्मद शहज़ाद जो कह रहे हैं वो पूरी तरह से ग़लत है. आईसीसी को एक सही मेडिकल रिपोर्ट सौंपी गई थी, उसके बाद ही उनके विश्वकप से बाहर होने की घोषणा की गई थी. टीम एक अनफिट खिलाड़ी को मैदान में नहीं उतार सकती था. मुझे लगता है कि वह विश्वकप का हिस्सा न होने की वजह से परेशान हैं, लेकिन टीम फिटनेस से कोई समझौता नहीं कर सकती है.”
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वहीं मोहम्मद शहज़ाद ने दावा किया कि पाकिस्तान के साथ प्रैक्टिस मैच खेलने के बाद उनके घुटने में चोट लगी थी, लेकिन तीन दिन के आराम के बाद वो ठीक हो गए थे.
शहज़ाद ने कहा, “मेरे घुटने की चोट थोड़े समय के लिए थी, लेकिन मैं ठीक हो गया था. मैंने पाकिस्तान के साथ खेले गए वार्म-अप मैच के बाद पूरा आराम किया था और फिर से खेलने के लिए फ़िट था. मैं पहले दो मैच खेलने के लिए वापस आया था और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले मुक़ाबले से पहले मुझे बोर्ड ने चौंकाने वाली ख़बर दी.”
उन्होंने आगे कहा, “अचानक मुझे बाहर कर दिया गया और मुझे इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई. ये सीनियर खिलाड़ी के साथ अच्छा व्यवहार नहीं है. मुझे विश्वकप का हिस्सा बनने के लिए वाकई बहुत मेहनत करनी पड़ी थी.”
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मोहम्मद शहज़ाद ने अफ़ग़ानिस्तान का विश्वकप की 10 टीमों में शामिल होने में अहम भूमिका निभाई है. शहज़ाद ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ खेले गए विश्वकप क्वालिफायर मैच के स्टार खिलाड़ी थे.
बता दें कि अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 6 जून को कहा था कि टीम के विकेटकीपर मोहम्मद शहज़ाद घुटने में चोट की वजह से आईसीसी विश्वकप में नहीं खेल पाएंगे. ऐसे में शहज़ाद को विश्वकप से बाहर होना पड़ा था.
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