राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है कि शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार को उनकी गलतियों के लिए माफ कर दिया है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने बगावत करने वाले अपने भतीजे अजित पवार को माफ कर दिया है. यह जानकारी एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने दी है.
अजित पवार ने पार्टी से बगावत कर बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी. पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन परिवार और पार्टी के नेताओं के दबाव की वजह से अजित पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया था.
अजित पवार को लेकर पूछे गए एक सवाल पर मलिक ने कहा, '' अंत में उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है. यह पारिवारिक मामला है और पवार साहब ने उन्हें माफ कर दिया है. वह अभी भी पार्टी में हैं और उनका पद अभी तक नहीं बदला है.''
अजित पवार का दावा
अजित पवार ने भी कहा है कि वो पहले भी पार्टी में थे और अभी भी पार्टी में बने हुए हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, '' मैंने पहले ही कह दिया है कि मैं एनसीपी के साथ था और मैं एनसीपी के साथ हूं. क्या उन्होंने मुझे निकाला है. क्या आपने इसके बारे में कहीं पढ़ा और सुना है. मैं अभी भी एनसीपी के साथ हूं.''
अजित पवार.
आज सुबह अजित पवार जब विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे तो शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने गेट पर ही उनका स्वागत किया. इस दौरान अजित पवार ने सुप्रिया सुले को गले लगा लिया और सुप्रिया ने उनके पैर छुए.
इस बगावत के बाद एनसीपी ने पार्टी विधायक दल के नेता पद से अजित पवार को हटाकर जयंत पाटील को बना दिया था.
शरद पवार ने पहले कहा था कि बीजेपी को समर्थन देने का फैसला अजित पवार का अपना व्यक्तिगत फैसला था, वह एनसीपी का फैसला नहीं था.
एनसीपी नेता नवाब मलिक.
अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के बाद मंगलवार को शिव सेना-एनसीपी और कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना था. इस गठबंधन ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
शिव सेना ने कहा है कि उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.