राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा, अहंकार की कुर्सी से नीचे उतरिए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा है कि अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं, और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण!
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर मंगलवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.
अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
और
‘झूठ’ टीवी पर भाषण!
किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने मंगलवार दोपहर तीन बजे देश के 32 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए बुलाया है. यह बातचीत दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी.
राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं, और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण! किसान की मेहनत का हम सब पर कर्ज है. ये कर्ज उन्हें न्याय और हक देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियां मारकर और आंसू गैस चलाकर. जागिए.''
नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले पांच दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जमे हुए हैं. इस बीच किसानों के विरोध प्रदर्शन पर केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है. आज दोपहर तीन बजे विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी.
किसान आंदोलन
किसानों ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह जबतक हमारी बात नहीं सुनते तब तक आंदोलन चलेगा. सरकार नहीं मानी तो और कड़ा कदम उठाएंगे. सरकार को हमारी बात माननी ही पड़ेगी. यह ऐतिहासिक लड़ाई है. हम लंबी लड़ाई के लिए आए हैं. कृषि क़ानून नहीं बदला तो सरकार का तख़्ता पलट देंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे. वहां उन्होंने एक सड़क परियोजना का उद्घाटन करते हुए दिए भाषण का अधिकांश हिस्सा किसानों पर केंद्रीत रखा.
मोदी ने अपने भाषण में एमएसपी से लेकर कृषि कानून तक पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंडियों को और आधुनिक बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. उन्होंने कहा कि नए कानून के तहत मंडियां और एमएसपी नहीं हटाए जा रहे हैं. अगर कोई पुराने सिस्टम से लेन-देन को उचित समझता है तो नए कृषि कानून में कोई रोक नहीं लगाई है. नए कृषि सुधारों से नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण दिए गए हैं.