मेवाड़ विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों पर हमला, आतंकी कहने का आरोप
एफआईआर में लिखा है, “बिहार के छात्र को गेट पास से इनकार करने पर वो सुरक्षा गार्ड के साथ बहस कर रहा था. इसी दौरान उसने कश्मीरी छात्र से साथ दुर्व्यवहार किया. जब बाक़ी कश्मीरी छात्रों को इसके बारे में पता चला तो दोनो पक्षों के छात्र आपस में भिड़ गए.”
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के मेवाड़ विश्वविद्यालय में चार कश्मीरी छात्रों की पिटाई का मामला सामने आया है. ये घटना शुक्रवार की है. ये मामला कॉलेज में आपसी झगड़े का है. मारपीट दो गुटों के छात्रों के बीच हुई. कश्मीरी छात्रों पर कथित हमला करने वाले छात्र बिहार से ताल्लुक़ रखते हैं.
इस हमले में कश्मीर के हंदवाड़ा के रहने वाले ताहिर मजीद गंभीर रूप से घायल हो गए. वो फ़िलहाल एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं. तीन और छात्र बिलाल अहमद, इस्फ़ाक अहमद कुरैशी और मोहम्मद अली को मामूली चोटें आई हैं.
पुलिस के मुताबिक़ शुक्रवार को दोपहर में एक कश्मीरी छात्र को गेट पास दिए जाने और बिहार के एक छात्र को मना करने के बाद हाथापाई शुरू हुई.
एफआईआर में लिखा है, “बिहार के छात्र को गेट पास से इनकार करने पर वो सुरक्षा गार्ड के साथ बहस कर रहा था. इसी दौरान उसने कश्मीरी छात्र से साथ दुर्व्यवहार किया. जब बाक़ी कश्मीरी छात्रों को इसके बारे में पता चला तो दोनो पक्षों के छात्र आपस में भिड़ गए.”
शुक्रवार को पिटाई किए गए चार कश्मीरी छात्रों में से एक बिलाल अहमद ने न्यूज़पोर्टल द वायर को बताया, “बिहार के छात्रों ने बहुत ख़राब व्यवहार किया, उन्होंने हमें आतंकवादी भी कहा.”
हमले के बाद हॉस्टल के विश्वविद्यालय के डीन ने छात्रों की सुलह करवा दी थी. लेकिन शाम को खाने पर छात्रों की दोबारा लड़ाई हो गई. कथित तौर पर बिहार के छात्रों ने कश्मीरी छात्रों पर मेस में हमला कर दिया.
अहमद ने कहा, “इन लोगों ने पहले से ही हमले की योजना बनाई थी. वो लोग हाथियारों के साथ आए थे. उन लोगों ने हम पर पथराव भी किया.”
रात में जब कश्मीरी छात्रों ने एसएचओ को शिकायत लिखी, तो उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया. हालांकि वो मौके पर पहुंचे और आरोपी छात्रों को कार्रवाई करने की चेतावनी दी.
बाद में उसी रात विश्वविद्यालय प्रशासन ने कश्मीरी छात्रों को पास के एक छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया. विशेष पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने भी अस्पताल का दौरा किया, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा था. एसएसपी ने घायल छात्रों को आश्वस्त किया की वो सुरक्षित हैं.
शनिवार को मामले में एफ़आईआर दर्ज़ की गई. चित्तौड़गढ़ के गंगरार पुलिस स्टेशन के एसएचओ लाबु राम ने कहा, “धारा 323, 334 और 341 के तहत बिहार के चार छात्रों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ किया गया है. चारों आरोपियों को हिरासत में लिया गया था, बाद में सभी को ज़मानत पर रिहा कर दिया गया.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. हालांकि प्रशासन ने छात्रों को चेतावनी दी है कि अगर ऐसी कोई और घटना होती है तो उनपर कार्रवाई की जाएगी.