सीरम इंस्टिट्यूट ने कोरोना वैक्सीन की 4 करोड़ डोज की तैयार, जनवरी तक 30 करोड़ का टारगेट
भारत में कोरोना के मामले 86 लाख के पार हो गए हैं. इस बीच वैक्सीन पर काम जारी है. ICMR और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने हाल ही में तीसरे फेज के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. वहीं SII ने 4 करोड़ डोज तैयार कर लिए हैं. SII जनवरी 2021 तक 20-30 करोड़ डोज का स्टॉक तैयार कर लेना चाहती है और सूत्रों के मुताबिक उसका आधा स्थानीय जरूरतों के लिए होगा.
देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं सर्दी के मौसम और देश के कुछ अन्य इलाकों में बढ़ते प्रदूषण के चलते हालात और ज्यादा गंभीर हो गए हैं. ऐसे में सभी को कोरोना की वैक्सीन का इंतजार है. इस बीच कोरोना वायरस वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India) ने करीब 4 करोड़ खुराक बना ली है.
हालांकि अभी तक यह नहीं बताया गया कि वैक्सीन की इन खुराकों का इस्तेमाल कहां होगा. इस सवाल पर भी कोई जानकारी नहीं दी गई कि इसका इस्तेमाल सिर्फ भारत के लिए होगा या फिर यह दुनिया भर में आपूर्ति की जाएगी.
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन कैंडिडेट Covishield का प्रोडक्शन कर रही है. सीरम इंस्टीट्यूट ने DCGI से वैक्सीन को स्टॉक करने मंजूरी मिलने के बाद कोरोना वायरस वैक्सीन के 4 करोड़ डोज का उत्पादन कर लिया है. इतना ही नहीं सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया अमेरिकी कोरोना वैक्सीन Novavax की भारत में टेस्टिंग की तैयारी भी कर रहा है. इसके लिए बस नियामक संस्था की मंजूरी का इंतजार है.

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने गुरुवार को कहा कि Covishield के फेज 3 ट्रायल के लिए देशभर से 1600 वॉलियंटर्स को एनरोल किया गया है. फेज 2/3 ट्रायल के नतीजों की मदद से ICMR और SII भारत में वैक्सीन की जल्द उपलब्धता की संभावनाएं तलाशेंगे. यह भारत में टेस्ट हो रही अबतक की सबसे एडवांस्ड कोरोना वैक्सीन है.
ICMR ने कहा, "अभी तक हुए परीक्षणों के परिणाम से यह उम्मीद जगी है कि ‘कोविशील्ड’ घातक वैश्विक महामारी का एक वास्तविक समाधान हो सकता है. भारत में अभी तक जितने टीकों का मानव परीक्षण हुआ है, उसमें ‘कोविशील्ड’ के नतीजे सबसे अच्छे हैं."
सीरम इंस्टिट्यूट ने Gavi, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को 2021 में कम और मध्य आय वाले देशों के लिए 20 करोड़ डोज सप्लाई करने का करार किया है. यह डील 3 डॉलर प्रति डोज के रेट पर हुई है. कंपनी को इसके लिए 300 मिलियन डॉलर की रिस्क फंडिंग मिली है. इस डील के तहत कंपनी भारत और कम और मध्य आय वाले देशों के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी कोविड-19 वैक्सीन की 10 करोड़ डोज सप्लाई करेगी.