दिलचस्प: पृथ्वी पर जब हमारे पूर्वजों ने चलना सीखा, तभी गैलेक्सी के केंद्र में हुआ था भयानक विस्फ़ोट
तब पृ्थ्वी पर डायनोसोर ख़त्म हो चुके थे. एस्टेरॉड्स के हमले बंद हो रहे थे. ऑस्ट्रेलोपिथिकस अफ्रीका में टहल रहे थे. ठीक तभी मिल्की वे में एक ब्लैक होल फटा और सबकुछ हिल गया. अंतरिक्ष के हिसाब से ये बेहत ताज़ी घटना मानी जाएगी.
जब हमारे पूर्वज धरती पर एक छोर से दूसरे छोर की तरफ़ कूच कर रहे थे, ठीक उसी वक़्त अपनी गैलेक्सी के केंद्र में एक ऐसा विस्फोट हुआ जिसने अरबों किलोमीटर को झकझोर कर रख दिया. एक नए शोध में ये दावा किया गया है कि क़रीब 35 लाख साल पहले अपनी गैलेक्सी मिल्की वे के केंद्र में एक विशालकाय ब्लैक होल में विस्फोट हुआ.
ये सुपरमैसिव ब्लास्ट इतना भीषण था कि इसका असर 2 लाख प्रकाश वर्ष दूर तक महसूस किया गया. शोध के मुताबिक़ विस्फोट के बाद गैलेक्सी के दोनों ध्रुवों से त्रिकोण की शक्ल में लपट निकली और अनंत ब्रह्मांड में फैल गई.
क्या कहता है शोध?
यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिडनी के प्रोफ़ेसर और शोधकर्ता जोस ब्लैंड-हाउथोर्न के मुताबिक़, “वो लपट निश्चित तौर पर लाइट हाउस की रोशनी की तरह रही होगी. आप अंधेरे की कल्पना कीजिए और ठीक तभी अगर कोई लाइट हाउस का स्विच ऑन कर दे तो थोड़ी देर के लिए आपको कैसा लगेगा?”
ऑस्ट्रेलिया के एआरसी सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर ऑल स्काई एस्ट्रोफीजिक्स ने इसे ‘टाइटैनिक: एक्सपैंडिंग बीम ऑफ़ एनर्जी’ का नाम दिया है. वैज्ञानिकों ने इस घटना के लिए कई रुपकों का इस्तेमाल किया है. शोधकर्ताओं ने इसे ऐसे ‘सोए हुए ड्रैगन’ और ‘स्लीपिंग ब्यूटी’ की उपमा दी है जो अचानक जग जाता है.
असल में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने इस घटना का पहले ही अनुमान लगा लिया था, लेकिन ताज़ा रिसर्च में उन्होंने इस घटना के वक़्त का भी पता लगा लिया है. 35 लाख साल सुनने में आपको बहुत पुराना लग सकता है, लेकिन गैलेक्सी के अर्थ में इसे ताज़ा घटना गिना जाएगा.
वैज्ञानिकों ने इस परिघटना को सेफेर्ट फ्लेयर का नाम दिया है. रिसर्च से जुड़ीं प्रोफ़ेसर लीज़ा केवले बताती हैं, “मिल्की वे के इतिहास में ये घटना कुछ लाख साल पहले घटी. ऊर्जा और रेडिएशन का भयानक विस्फ़ो हुआ जिससे गैलेक्टिक सेंटर में तेज़ रोशनी उभरी.” नीले रंग का प्रकाश इतना शक्तिशाली था कि इसने मैगेलैनिक स्ट्रीम तक को छू लिया. ये मिल्की वे से क़रीब 2 लाख प्रकाश वर्ष दूर है.
पृथ्वी उस वक़्त कैसा था
उस वक़्त पृथ्वी पर एस्टेरॉड्स गिर रहे थे. उन्हीं हमलों में पृथ्वी से डायनोसोर विलुप्त हुए. ये हमले क़रीब 6.3 करोड़ साल पहले शुरू हुए थे. जब गैलेक्सी में ये विस्फ़ोट हुआ तो उस वक़्त हमारे पूर्वज शुरुआती अवस्था में थे. ऑस्ट्रेलोपिथिकस के रूप में मनुष्य बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. ऑस्ट्रेलोपिथिकस उस वक़्त अफ्रीका में रह रहे थे.