उत्तरप्रदेश के कोरोना क्वारेंटीन सेंटर से बालिका गृह की दो बच्चियां "मानसिक प्रताड़ना के बाद भागीं"
जिस क्वारेंटीन सेंटर से दोनों लड़कियां गायब हुईं, उसमें उसी बालिका गृह की लड़कियों को रखा गया है जहां तीन दिन पहले 57 लड़कियां कोरोना पीडित मिली थीं और नाबालिग लड़कियां गर्भवति मिली थीं
उत्तर-प्रदेश के कानपुर जिले के पनकी में बच्चों के लिए बनाए गए क्वारंटीन सेंटर से 2 बच्चियों के गायब होने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही तत्काल सर्च ऑपरेशन किया गया.
पनकी रतनपुर केडीए ड्रीम्स में यह क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था. इसमें जिसमें राजकीय बालिका गृह में कोरोना से संक्रमित पाई गई लड़कियों को को रखा गया था.
राजकीय बालिका गृह में 57 बच्चियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें पनकी रतनपुर के केडीए ड्रीम्स में बने क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. गुरुवार को अचानक दो बच्चियों क्वॉरेंटाइन सेंटर से गायब हो गईं.
इसके बाद मौके पर आला अधिकारी व कई थानों की फोर्स पहुंच गई. चेकिंग के बाद बच्चियों को बरामद कर लिया गया है.
पनकी रतनपुर में बच्चों के लिए जो क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है वहां से 2 बच्चियां गायब हुई हैं।सूचना मिलते ही तत्काल सर्च ऑपरेशन किया गया।बच्चियों को वापस क्वारंटीन सेंटर लाया गया।इस लापरवाही में जिसका भी रोल होगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी:SP दिनेश कुमार प्रभु #kanpur pic.twitter.com/yi5PzmcKgp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2020
दोनों लड़कियों के मिलने के बाद जब उनसे उनके गायब होने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके साथ की लड़कियां उन्हें लगातार उन्हें प्रताड़ित कर रही थीं और मानसिक तौर पर परेशान कर रही थीं.
उत्तर-प्रदेश में राजकीय बालिका संवासिनी गृह में तीन दिन पहले 57 लड़कियां कोरोना संक्रमित मिली थीं, इनमें से 7 नाबालिग लड़कियों के गर्भवती मिलने से सवाल उठन रहे थे.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाईलेवल जांच की मांग उठाई थी वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लिया तो जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिला प्रशासन का कहना था कि शेल्टर होम में आने वाली लड़कियां पहले से गर्भवती थीं.