उन्नाव रेप: पीड़िता की हालत स्थिर, प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना
पीड़िता के वक़ील को बुधवार को और आज कुछ समय के लिए वेंटिलेटर से हटा दिया गया था
उन्नाव गैंगरेप के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया है. पहले बीजेपी ने कुलदीप सेंगर को पार्टी से सस्पेंड करने की बात कही थी. लेकिन इस मामले को तूल पकड़ता देख बीजेपी ने आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
इस कार्रवाई के बाद प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'आखिरकार बीजेपी ने मान लिया कि उसने एक अपराधी को ताकत दी थी. पार्टी ने खुद को सही करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं और उस दिशा में कदम बढ़ाए हैं जिससे पीड़ित को न्याय मिल सके.' प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में 'जंगलराज' का संज्ञान लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार भी जताया.
Grateful to the SC for taking cognisance of the ‘Jungle Raj’ being unleashed in U.P.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 1, 2019
Meanwhile, the BJP finally acknowledges having empowered a criminal and takes some action to correct itself and move in the direction of justice for a young woman who has suffered immeasurably. pic.twitter.com/nNNWhW1CKz
इस बीच किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के डॉक्टरों का पीड़िता और उनके वक़ील की हालत पर बयान आया है. डॉक्टरों ने कहा कि पीड़िता और वक़ील की हालत अभी स्थिर है. हालांकि अधिकारियों ने अभी इसकी जानकारी नहीं दी है कि पीड़िता को दिल्ली या लखनऊ से बाहर कहीं भी ले जाया जा रहा है या नहीं.
केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर संदीप तिवारी ने पीटीआई को बताया, “उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की हालत स्थिर है. लेकिन अभी भी वो वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. पीड़िता का सीटी स्कैन कराया गया लेकिन उसके सिर में किसी चोट के निशान नहीं थे. डॉक्टरों की एक टीम चौबीसों घंटे निगरानी कर रही है.”
डॉक्टर संदीप तिवारी ने आगे कहा, “पीड़िता के वक़ील को बुधवार को और आज कुछ समय के लिए वेंटिलेटर से हटा दिया गया था. इस दौरान उनकी हालत स्थिर थी. लेकिन बाद में फिर से उस वेंटिलेटर पर रखा गया.”
डॉक्टर संदीप तिवारी से पीड़िता को इलाज के लिए राज्य से बाहर शिफ्ट करने की योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है.
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पीड़िता के परिवार से पूछा जाए कि वो पीड़िता को दिल्ली शिफ्ट करना चाहते हैं या नहीं. इसके अलावा पीड़िता के वक़ील को भी शिफ्ट करने की बात कही गई. जिसके बाद अब परिवार की इजाजत मिलने के बाद पीड़िता को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया जा सकता है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता की सुरक्षा में तैनात तीन सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. कॉन्स्टेबल सुदेश पटेल, महिला कॉन्स्टेबल सुनीता और रुबी कुमारी इन तीनों पर लापरवाही बरतने का आरोप है. पीड़िता के सड़क हादसे के दौरान ये तीनों सुरक्षाकर्मी उनके साथ मौजूद नहीं थे.
आज सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए इससे जुड़े सभी केसों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है. जिसमें उन्नाव गैंगरेप और सड़क हादसे का मामला भी है. अगले 7 दिनों में सीबीआई पूरे मामले की जांच करने का भी आदेश दिया है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार को पीड़िता को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया. इसके अलावा अगले 45 दिनों तक इस मामले की दिल्ली की कोर्ट में रोजाना सुनवाई होगी.