उत्तर प्रदेश : महिलाओं की सुरक्षा के लिए 'मिशन शक्ति' अभियान शुरू
करीब 6 महीने तक चलने वाले इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ में की.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की बाढ़ आ गई है. इससे प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की काफी किरकिरी हो रही है. हाथरस में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ हुए कथित गैंगरेप की घटना ने योगी सरकार की खूब फजीहत कराई.
महिलाओं व बच्चों के प्रति सम्मान और सुरक्षा का भाव हमारी संस्कृति है। इसी भावना के साथ आज 'मिशन शक्ति' का शुभारंभ हो रहा है। #MissionShakti https://t.co/NKFlKJFef4
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 17, 2020
अब उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान 'मिशन शक्ति' की शुरुआत की है. यह अभियान करीब 6 महीने तक चलेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'मिशन शक्ति' का शुभारंभ शनिवार को बलरामपुर में किया. वहीं राजधानी लखनऊ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अभियान का शुभारंभ किया. प्रदेश के अन्य जिलों में प्रभारी मंत्री इसका शुभारंभ कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने अभियान के तहत खासकर शोहदों को सूचीबद्ध कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
'मिशन शक्ति' का शुभारंभ करती हुई मा. राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी... #MissionShakti https://t.co/FaULjgSWu5
— Government of UP (@UPGovt) October 17, 2020
180 दिनों तक चलने वाले इस अभियान का प्रथम चरण नवरात्र के प्रथम दिन से शुरू होकर दशहरा 25 अक्तूबर तक चलेगा.

मुख्यमंत्री के गृह शहर गोरखपुर में 'मिशन शक्ति' की शुरुआत शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में हुई. इस अवस पर जागरूकता फैलाने के लिए मोबाइल एलईडी वैन की रैली रवाना की गई. जिले के प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री इस रैली को हरी झंडी दिखाई.
हर थाने में महिला टॉप टेन महिला अपराधों की सूची तैयार कर दो माह में चार्जशीट तैयार कर जनपद न्यायाधीश से बात कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा. दहेज, उत्पीड़न, छेड़खानी, पाक्सो, महिलाओं से जुड़े एससी/एसटी एक्ट पर सर्वाधिक जोर दिया जाएगा.