अमेरिका में फ्लाइट से फाइजर की कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी शुरू
वैक्सीन की सप्लाई के लिए यूनाइटेड एयरलाइंस को फ्लाइट्स में अतिरिक्त बर्फ रखने के लिए भी मंजूरी दे दी गई है. फाइजर की वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री सेल्सियस पर रखना होता है.
दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. अमेरिका दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. कंफर्म मामलों और मौत के आंकड़े सबसे ज्यादा अमेरिका में हैं. जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक अमेरिका में अबतक कोरोना के 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 2 लाख 64 हज़ार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. इस बीच अमेरिका में कोरोना वैक्सीन के वितरण के लिए चार्टर फ्लाइट्स शुरू की गई हैं.
यूनाइटेड एयरलाइंस के विमान से फाइजर की कोरोना वैक्सीन ( Pfizer’s vaccine) को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा रहा है. कुछ ही दिन पहले फाइजर ने कहा था कि उसकी कोरोना वैक्सीन 95 फीसदी प्रभावी है. फाइजर कंपनी की योजना के मुताबिक, अमेरिका में वैक्सीनेशन सेंटर के बिल्कुल पास तक फ्लाइट्स से ही वैक्सीन की डिलीवरी की जाएगी. हालांकि, डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से वैक्सीनेशन सेंटर तक कोरोना वैक्सीन पहुंचने में तीन दिन तक का समय लग सकता है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट्स से वैक्सीन का भेजा जाना, ग्लोबल सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए एक अहम तैयारी है. उम्मीद है कि दिसंबर के आखिरी दिनों में अमेरिका में वैक्सीनेशन शुरू कर दी जाएगी. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन जल्द ही वैक्सीन को मंजूरी दे सकती है.

वैक्सीन की सप्लाई के लिए यूनाइटेड एयरलाइंस को फ्लाइट्स में अतिरिक्त बर्फ रखने के लिए भी मंजूरी दे दी गई है. फाइजर की वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री सेल्सियस पर रखना होता है. वैक्सीन की सप्लाई के लिए फाइजर ने सूटकेस के आकार के बॉक्स भी तैयार किए हैं जिनमें सूखे बर्फ के साथ वैक्सीन को रखा जाएगा.
फाइजर कंपनी की योजना है कि वैक्सीन की स्टोरेज संबंधी समस्या के निराकरण के लिए इसकी सप्लाई वैक्सीनेशन सेंटर के बिल्कुल करीब तक फ्लाइट से सप्लाई की जाए ताकि जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके और तापमान संतुलन की ज्यादा समस्या न हो. कंपनी के मुताबिक वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से वैक्सीनेशन सेंटर तक पंहुचाने में तीन दिन का समय लग सकता है.
फाइजर ने इससे पहले कहा था कि अमेरिका और यूरोप के कंपनी के स्टोर में पहले से वैक्सीन की लाखों खुराकें मौजूद हैं, इसलिए डिस्ट्रीब्यूशन की तैयारी का जा रही है ताकि मंजूरी मिलते ही वैक्सीनेशन शुरू हो सके. कंपनी एक दिन में 20 फ्लाइट्स से वैक्सीन की डिलीवरी कर सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लाइट से वैक्सीन का भेजा जाना सप्लाई चैन का अहम हिस्सा होगा. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका में दिसंबर के अंत तक वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग (FDA) ने फाइजर कंपनी की वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है, उम्मीद है कि दिसंबर के अंत तक कंपनी के अनुमति मिल जाएगी.