उत्तर प्रदेश : बलिया में पुलिस की मौजूदगी में ताबड़तोड़ गोलीबारी, एक व्यक्ति की मौत, देखिए वीडियो
बलिया जिले के रेवती पुलिस थानाक्षेत्र के दो गांवों में राशन की दुकान के आबंटन के लिए खुली बैठक बुलाई गई थी. इसमें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. इसी दौरान यह घटना हुई.
उत्तर प्रदेश के रोज ब रोज कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ताजा मामला पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया में सामने आया है. वहां गुरुवार को खुली बैठक में पुलिस के सामने ही युवक की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस घटना का वीडियो समाजवादी पार्टी ने अपने ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किया है.
सत्ताधीश खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 15, 2020
बलिया में कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाने वाली खौफनाक वारदात सामने आई है जहां एसडीएम और सीओ के सामने भाजपा नेता ने युवक जय प्रकाश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस के सामने से गोली मारकर बीजेपी नेता फरार भी हो गया। pic.twitter.com/2Ooc7VuRdi
घटना सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने कार्रवाई करते हुए घटना के समय मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ, एसओ और सभी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है. घटना में अधिकारियों की भूमिका साबित होने पर अपराधिक कार्रवाई के भी निर्देश दिये गए हैं. मामले में आरोपी नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.
गल्ले की दुकान के लिए हुआ विवाद
खबरों के मुताबिक बलिया जिले के गांव दुर्जनपुर और हनुमानगंज में सरकारी सस्ते गल्ले की दो दुकान (कोटे की दुकानों) के आबंटन के लिए गुरुवार दोपहर पंचायत भवन पर खुली बैठक का आयोजन किया गया था. इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी. दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था.
दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी. लिहाजा दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा.

एक पक्ष के पास अधार और पहचान पत्र मौजूद था. लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था. इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई स्थगित कर अधिकारी चले गए. मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई
एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा. इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से उसकी भिड़ंत हो गई. बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा. इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गई. दुर्जनपुर के 46 साल के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गईं.
गोली चलते ही अफरा-तफरी मच गई. जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
इस मारपीट में ईंट पत्थर और लाठी-डंडे की पिटाई से 45 साल के नरेंद्र सिंह, 45 साल की आराधना सिंह, 40 साल की आशा सिंह, 45 साल के राजेंद्र सिंह, 50 साल के अजय सिंह और 40 साल के धर्मेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए.

तनाव देखते हुए कई थानों की फोर्स पहुंच गई और किसी तरह मामला संभाला गया. बताया जाता है कि गोली मारने का आरोपी एक विधायक का करीबी है.
जयप्रकाश के भाई चंद्रमा पाल ने 8 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक दूसरे पक्ष से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है.
इस मामले में अब तक की कार्रवाई के बारे में जब 'एशियाविल हिंदी' ने बलिया के पुलिस अधीक्षक से बात करने की कोशिश की तो उनसे बात नहीं हो पाई. लेकिन उनके पीआरओ की ओर से दिए गए मोबाइल नंबर से बताया गया कि इस हमले में मारे गए जयप्रकाश का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक अभी इस मामले 8 नामजद और करीब 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.
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