उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कई शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदलवाने के बाद अब आगरा का भी नाम बदलना चाहती है. इसके लिए उसने आगरा विश्वविद्यालय से साक्ष्य जुटाने को कहा. वह शहर का नाम आग्रवन करना चाहती है.
इलाहाबाद और मुगलसराय का नाम बदलने के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आगरा का नाम बदलने की तैयारी कर रही है.
योगी सरकार अब आगरा का नाम बदलकर अग्रवन करने की तैयारी में है. उसने आंबेडकर विश्वविद्यालय से नाम बदलने के प्रस्ताव पर साक्ष्य मांगे है.
विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर सुगम आनंद ने बताया कि विश्वविद्यालय को इस संबंध में सरकार से एक पत्र मिला है.
योगी आदित्यनाथ सरकार इससे पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और राबर्टसगंज रेलवे स्टेशन का नाम सोनभद्र कर चुकी है.
मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर 1968 में बीजेपी के संस्थापकों में से एक दीन दयाल उपाध्याय मृत पाए गए थे.
सरकार ने फैजाबाद जिले का का नाम बदलकर अयोध्या रखा था.
आगरा के बीजेपी नेता जगन प्रसाद ने शहर का नाम बदलने की मांग की थी. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था. हालांकि उन्होंने शहर का नाम आगरावन करने की मांग की थी.
उन्होंने सीएम को लिखा कि क्योंकि यहां पर काफी वन हैं और महाराजा अग्रसेन के काफी चाहने वाले इस शहर में रहते हैं इसलिए शहर का नाम आगरावन होना चाहिए.
आगरा की पहचान
आगरा की पहचान ताजमहल की वजह से पूरी दुनिया में है. इसे लाखों पर्यटक हर साल देखने आते हैं. ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था.
आगरा 1556 से 1648 तक मुगल सल्तनत की राजधानी था.